Shayari Thoughts
रोज़ रोज़ वजन नाप कर !!
अर्ज़ है – रोज़ रोज़ वजन नाप कर क्या करना है, एक दिन तो सबने मरना है, चार दिन की है ज़िंदगी, खा लो जी […]
अर्ज़ है – रोज़ रोज़ वजन नाप कर क्या करना है, एक दिन तो सबने मरना है, चार दिन की है ज़िंदगी, खा लो जी […]